धनबाद: धनबाद हिल कॉलोनी स्थित संत अंथोनी चर्च में शनिवार को प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. सभा के पश्चात मसीही भाई-बहनों ने एक-दूजे के गले लगाकर प्रभु यीशु के जी उठने की खुएक-दूजे को हैप्पी ईस्टर कह कर विश किया. इसे पासका जागरण भी कहा जाता है. प्रभु यीशु सूली पर चढ़ाये जाने के तीसरे दिन जी उठे थे. ईस्टर मृत्यु के बाद अनंत जीवन का उत्सव है. मसीही भाई बहनों ने कैंडल जलाकर चर्च को प्रकाशित किया. समारोह प्रारंभ होने से पहले चर्च के अंदर व बाहर जल रही बत्तियां बुझा दी गयीं. इससे चारों तरफ अंधेरा छा गया. चर्च के फादर अमातुस कुजूर द्वारा चर्च के बाहर अग्नि को आशीष दी गयी. उसके बाद तीन फीट की मोमबत्ती जलायी गयी. मसीही भाई बहनों द्वारा आशीष की गयी अग्नि से कैंडल जलायी गयी. हाथों में कैंडल लेकर यीशु के नाम का दीप जले जग में मधुर गीत गाते हुए चर्च में प्रवेश किया. चर्च में प्रवेश के साथ सारी बत्तियां जला दी गयीं. उसके बाद प्रार्थना सभा की गयी. इस दौरान फादर अमातुस कुजूर ने कहा कि ईस्टर की पूर्व रात्रि को प्रकाश का विशेष महत्व है. इस रात प्रकाश रूपी मोमबत्ती जलाकर हम खुद को अंधकार अर्थात अज्ञानता से निकाल कर प्रकाश अर्थात ज्ञान की ओर ले जाने का प्रयास करते हैं. ईस्टर संडे पर चर्च में सुबह प्रार्थना की जायेगी. मौके पर शिशिर प्रभात तिर्की, अनूप प्रवीण लोमंगा, एतवा टूटी, जॉन कैंप, मनोज, अनूप दत्ता एवं अन्य सदस्य उपस्थित थे.
धनबाद के संत अंथोनी चर्च में कैंडल जला मसीही भाई-बहनों ने मनायी खुशियां
