धनबाद : हम वक्त की टहनी पर बैठे हैं परिंदों की तरह,खटखटाते रहिए दरवाजा एक दूसरे के मन का, मुलाकाते ना सही आहटें आती रहनी चाहिए…!!
👌 ना राज है…”जिंदगी”, ना नाराज है …”जिंदगी”, बस जो आज है वो आज है…”जिंदगी”। अपने आज को बेफिक्र और बिंदास जिएं, ना किसी के अभाव में जिएं और ना किसी के प्रभाव में जिएं, जिंदगी हैआपकी ,अपने अंदाज में जिएं।।
🙏🌹🌹🌹सुप्रभात🌹🌹🌹🙏
💐आपका आज का दिन मंगलमय हो।💐