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‘मैंने राक्षस को मार दिया’, पूर्व DGP ओम प्रकाश की हत्याकांड में नया ट्विस्ट, सामने आई पर्दे के पीछे की कहानी

Newsfast Sabsefast24

बेंगलुरू’: कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) ओम प्रकाश की मौत ने कर्नाटक में ही नहीं बल्कि देशभर में सनसनी फैला दी है। मूल रूप से बिहार के चंपारण के रहने वाले ओम प्रकाश के पास कभी पूरे कर्नाटक की कानून व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी थी…अब उनकी ही लाश उनके घर पर खून से लथपथ हालत में मिली। इस हत्या का इल्जाम लगा भी उनकी पत्नी पल्लवी पर है। अब पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की मौत के मामले में चौंकाने वाला एंगल सामने आया है। बेंगलुरु पुलिस ने हत्या के आरोप में ओम प्रकाश की पत्नी पल्लवी और बेटी कृति को हिरासत में लिया। सूत्रों के मुताबिक पल्लवी ने ओम प्रकाश के मर्डर की बात कबूल कर ली है। हालांकि अधिकारिक पुष्टि नहीं की जा सकी है।

आरोप है कि पत्नी पल्लवी ने झगड़े के बाद पहले ओम प्रकाश के चेहरे पर मिर्च पाउडर फेंका और उसके बाद चाकू घोंपकर उनकी हत्या कर दी। ये घटना बेंगलुरु के पॉश इलाके एचएसआर लेआउट स्थित ओम प्रकाश के घर में हुई है। उनकी बेटी कृति से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह घरेलू विवाद, जानलेवा कैसे बन गया। कौन थे कर्नाटक के पूर्व DGP ओम प्रकाश? जिनकी हत्या का शक पत्नी और बेटी पर, मर्डर केस में अब खुले कई राज

पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश के बेटे ने अपनी शिकायत में क्या-क्या कहा?

पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की हत्या की बात तब सामने आई, जब उनके बेटे कार्तिकेश ने औपचारिक शिकायत की। बेटे ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया गया है कि हत्या में मां-बेटी दोनों का रोल है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की हत्या पल्लवी के साथ तीखी बहस के बाद हुई। हत्या रविवार (20 अप्रैल) को उनके तीन मंजिला घर के ग्राउंड फ्लोर पर हुई, जहां प्रकाश खून से लथपथ पाए गए। उनके शरीर पर खासकर गले और पेट पर चाकू से वार किए जाने के लिए निशान हैं।

सबसे ज्यादा हैरानी वाली बात ये है कि पल्लवी ने घटना के तुरंत बाद एक दोस्त को वीडियो कॉल किया और कहा कि,”मैंने राक्षस को मार दिया है।” ये दावा पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से की है।कर्नाटक में पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की हत्या से हड़कंप, पत्नी शक के घेरे में, जांच जारी

ओम प्रकाश के बेटे ने कहा- मां पिता को जान से मारने की धमकी दे रही थी

प्रकाश के बेटे कार्तिकेश ने यह गंभीर आरोप लगाया है कि उसकी मां पल्लवी एक सप्ताह से उसके पिता को जान से मारने की धमकी दे रही थी और उसकी बहन कृति ने उसकी मौत से दो दिन पहले ही उस पर घर लौटने का दबाव बनाया था। कार्तिकेश ने पुलिस में अपनी शिकायत में कहा, “इन धमकियों के कारण मेरे पिता अपनी बहन के घर रहने चले गए थे। मेरी छोटी बहन कृति वहां गई और उन्हें उनकी मर्जी के खिलाफ वापस ले आई।”

कार्तिकेश ने आगे कहा,

”मैं शाम करीब 5:45 बजे घर पहुंचा और देखा कि पुलिस अधिकारी और आम लोग घटनास्थल पर मौजूद थे। मेरे पिता खून से लथपथ पड़े थे और उनके सिर और शरीर पर चोटें थीं। उनके शरीर के पास एक टूटी हुई बोतल और एक चाकू मिला। फिर उन्हें सेंट जॉन अस्पताल ले जाया गया। मेरी मां पल्लवी और मेरी बहन दोनों डिप्रेशन से पीड़ित थीं और अक्सर मेरे पिता से झगड़ती रहती थीं। मुझे पूरा शक है कि वे उनकी हत्या में शामिल हैं।”

बार-बार झगड़े और संपत्ति विवाद हत्या की हो सकती है वजह!

पुलिस का मानना है कि यह हत्या परिवार में लंबे समय से चल रहे तनाव का नतीजा थी। परिवार में काफी वक्त से कर्नाटक के दांडेली में जमीन को लेकर संपत्ति विवाद चल रहा था। ओम प्रकाश और पल्लवी के बीच एक प्रॉपर्टी को लेकर झगड़ा हुआ था जिसे उन्होंने अपने एक रिश्तेदार को ट्रांसफर कर दिया था। सूत्रों ने बताया कि प्रकाश और उनकी पत्नी पल्लवी के बीच अक्सर झगड़े होते थे। कुछ महीने पहले पल्लवी अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए एचएसआर लेआउट पुलिस स्टेशन भी पहुंची थीं। हालांकि तब उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया। उन्होंने उस दौरान पुलिस स्टेशन के बाहर धरना भी दिया था। ओम प्रकाश की पत्नी पल्लवी करा रही है इस बीमार का इलाज पुलिस सूत्रों ने बताया कि पल्लवी कथित तौर पर सिजोफ्रेनिया का इलाज भी करवा रही है और दवाएं ले रही है। बता दें कि सिजोफ्रेनिया एक गंभीर मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है, जिसमें लोगों के सोचने, महसूस करने और व्यवहार करने का तरीका प्रभावित होता है।

बिहार के चंपारण से 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी ओम प्रकाश का कर्नाटक पुलिस बल में शानदार करियर रहा है। उन्होंने भूविज्ञान में मास्टर डिग्री की थी और 1 मार्च 2015 से मार्च 2017 में अपनी सेवानिवृत्ति तक पुलिस महानिदेशक और महानिरीक्षक के पद पर काम किया। उन्होंने बल्लारी जिले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में अपनी सेवा शुरू की और शिवमोगा, उत्तर कन्नड़, चिकमगलुरु, लोकायुक्त और अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं में अहम भूमिकाएं निभाई थीं। अब इस केस में पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। पुलिस सूत्रों ने पहले हथियार के इस्तेमाल और शारीरिक हमले के स्पष्ट संकेतों की पुष्टि की है। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट को देखने के बाद इस केस में आगे की जांच बढाएंगे।

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