धनबाद : मैथन स्थित संजय चौक बाईपास स्थित श्री बालाजी मंदिर के ऊपरी तल पर पूजा करने के बाद सीढ़ी से उतरने के क्रम में नीचे गिरी महिला श्रद्धालु चिरकुंडा ऊपर बाजार निवासी आरती देवी उम्र 46 साल की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मंदिर में उपस्थित लोगों द्वारा आरती देवी को डीवीसी के बीपी नियोगी अस्पताल मैथन लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस संबंध में मृतक आरती देवी के छोटे पुत्र सौरव कुमार साव ने बताया कि वह चिरकुंडा स्थित ऊपर बाजार से अपनी मां के साथ मैथन संजय चौक स्थित बालाजी मंदिर पूजा करने आए थे मंदिर के ऊपरी तल पर मेरी मां श्रीश्याम खाटू जी की पूजा करने के बाद मंदिर की परिक्रमा कर रही थी मैं भी वही पूजा कर रहा था। तभी कुछ गिरने की आवाज आई मैं दौड़कर देखा तो सीढ़ी से नीचे मेरी मां गिरी हुई थी और सर से काफी खून निकल रहा था आनन फानन में कुछ लोगों के उपस्थिति में उठाकर मैथन के डीवीसी के बीपी नियोगी अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत बताया। घटना के बाद पूरा परिवार गम में डूब गया है।जानकारी के मुताबिक आरती देवी के पति प्रदीप साव का निधन कुछ साल पहले ही गया था उनके दो बेटे हैं।शुभम कुमार साव और दूसरा सौरभ कुमार साव मृतक आरती देवी के शव को स्वजनों ने चिरकुंडा लेकर चले गए मामले पर श्रीबालाजी धाम मंदिर कमेटी के अखिलेश्वर तिवारी का कहना है कि चुकी मैं वहां नहीं था लेकिन मंदिर में जो लोग मौजूद थे उनका कहना है कि मंदिर के ऊपरी तल पर महिला परिक्रमा कर रही थी इस दौरान उसे चक्कर आया और उसका सर दीवार से टकराया जिसके कारण उसकी मौत हो गई। मालूम रहे कि मंदिर दो मंजिला है। मंदिर में भगवान राम दरबार, श्री खाटूश्याम, हनुमान जी एवं मां शीतला की मूर्ति स्थापित है।
बालाजी धाम मंदिर में महिला की दूसरी मौत, उठने लगे सवाल
मैथन संजय चौक बाईपास स्थित श्रीबालाजी धाम मंदिर के निर्माण से लेकर प्राण प्रतिष्ठा तक पिछले 6 माह में दो लोगों की मौत हो चुकी है इससे पूर्व निर्माण के दौरान ही मंदिर के गुंबज बनाने के क्रम में महाराष्ट्र के कारीगर की करंट लगने से मौत हो गई थी। इसके बाद बीते रात मंदिर के ऊपरी तल पर ही महिला श्रद्धालु आरती देवी के सीढ़ी से गिरने से मौत हुई जिसके बाद तरह-तरह के सवाल उठने लगे हैं। मालूम रहे की श्री धाम मंदिर में 30 मार्च से लेकर सात अप्रैल तक प्राण प्रतिष्ठा एवं लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन हुआ था उस दौरान भी मंदिर कमेटी स्थानीय लोगों के बीच प्रसाद वितरण को लेकर विवाद हुआ था।घटना के बाद मंदिर को बंद कर दिया गया था और प्रतिदिन सुबह 5:30 में श्रीबाला जी श्याम का आरती किया जाता था लेकिन आज आधे घंटे विलम्भ से मंदिर खुला कमेटी के लोगो द्वारा मंदिर परिषर में खून के धब्बे को धोया जा रहा हैं,स्थानीय युवक का कहना हैं कि मंदिर में इतने खर्च करने के बाद सुरक्षा का ख्याल कियू नहीं रखा गया सीढ़ियों पर रेलिंग कियू नहीं लगाया हैं? मंदिर कमेटी पर गैर इरादन हत्या का मामला दर्ज हो।